Tuesday 6 March 2012

पटनाक मजा लीयऽ / मैथिली गीत

पटनाक मजा लीय                                   



जुलुस केर मजा लीयऽ ।
     रैली केर मजा लीयऽ ।
                            जँ   लागि   गेल   लाठी,
               इस्स - इस्स केर मजा लीयऽ ।।





पटनाक  मजा लीयऽ ।
दिल्लीक मजा लीयऽ ।
बेकार छी अहाँ तँ,
बम्बइक मजा लीयऽ ।।


बजबाक मजा लीयऽ ।
खयबाक मजा लीयऽ ।
लाचार छी अहाँ तँ,
देखबाक मजा लीय ।।



चलि  दीय तेम्हर,
डेग  उठय जेम्हर ।
बस चढ़ू,  ट्रेन चढ़ू,
पकड़ू     इस्टीमर ।


रिक्शाक  मजा  लीयऽ ।
टमटम केर मजा लीयऽ ।
अछि खाली जँ जेबी
पैदल केर मजा लीय ।।



चलू - चलू ओम्हरे,
भीड़  देखू जेम्हरे ।
हउए  देखू  जुलूस,
आबि रहल एम्हरे ।

जुलुस केर मजा लीयऽ ।
पुलिस केर मजा लीयऽ ।
जँ   लागि   गेल   लाठी,
इस्स-इस्स केर मजा लीयऽ ।।



छथि  मामा एमेले,
तँ भेँट      आउ 
मोनक  भरम  केँ,
मेटौनहि     जाउ ।


बाबूक  नाम  लीयऽ ।
कक्काक नाम लीयऽ ।
इमप्लायमेंट एक्सचेंज मे,
धक्काक  मजा  लिय ।।




( रचना : १९७५ : शशिकान्तजी- सुधाकांतजी द्वारा कतेको मंच पर प्रस्तुत भेल )
                             

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